हमारे सपने ना जाने ये स्वपन क्या-क्या दिखाते हैं। कभी गहरे समुद्र में तो कभी चाँद पर पहुंचाते हैं।। जाने-अनजाने ही सही कई इच्छाओं को पूरा कर जाते हैं। कुछ देर के लिए ही सही पर परम सुख की अनुभूति कराते हैं।। कुछ स्वपन हमें डराते भी हैं। पर आँख खुलने पर राहत का एहसास कराते हैं।। कभी-कभी स्वपन में नामुमकिन से काम भी मुमकिन हो जाते हैं। और कभी-कभी ये खुद को हकीकत में तब्दील करने की प्रेरणा दे जाते हैं।। कुछ स्वपन बंद तो कुछ खुली आँखों से देखे जाते हैं। पर इन स्वपनो का हम खुद पर गहरा प्रभाव पाते हैं।। स्वपन कैसे भी हों आँख खुलने पर टूट ही जाते हैं। और यदि सच हो जाएं तो वो स्वपन नहीं रह जाते।।